मोदी जी का विरोधी नहीं
मोदी जी का विरोधी नहीं लेकिन हम इस सच्चाई को एक सिरे से नकार भी तो नही सकते कि भारत की ग्रामीण ६०% से ज्यादा गरीब, अशिक्षित,कुपोषित, असुरक्षित और बेरोजगार जनता पर नोटबन्दी कर उससे कैशलेश की बात करना क्या एक जुमला नही है। काले धंधे काले लोग जब तक एकल कानून की गिरफ्त में नही तब तक काले धन पर बहस नही होनी चाहिये। यह तभी सम्भव है जब दोह्ररे कानून को आरक्षण मुक्त किया जाये। ऐसे हालात में मोदी ही नही कोई भी लाल देशसमाज का भला नही कर सकता। जब तक जातिपाति मे बंटा इन्सान और धर्म के नाम पर बंटी इन्सान