Chapter 1 - Invisible planet
यह कहानी पूर्ण रूप से काल्पनिक है जो सिर्फ मनोरंजन के उद्देश्य से लिखा जा रहा है,और इसकी कॉपीराइट राइटर के पास मौजूद है, पढ़ने के लिए धन्यवाद।
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हमारे ब्रमांड में न जाने कितने सारे रहस्य आज भी छुपे हुए और अनसोल्व ही हैं, उन्हीं रहस्यों में से एक ' इनविजिबल प्लेनेट' भी है तो चलिए हम अपने इस सफ़र की शुरुआत करते हैं इसी विचित्र दुनियां से।
हमारे पृथ्वी से मिलो दूर करीब 5000 साल पूर्व इस प्लेनेट का निर्माण एल्फ,बीटा, और गामा ने मिलकर किया था एल्फ कुल के लोगों को मानव ड्रैगन ,गामा के लोगों को मानव भेड़िए और बीटा के लोगों को मानव वैम्पायर के नामों से जाना जाता है ।
हजारों सालों तक इन सब ने इस पूरे प्लेनेट पर मिल कर राज किया, इन सब के बीच सबकुछ अच्छा था लेकिन कहीं न कही एल्फ़ किंगडम इन दिनों बाकियों से हर चीज़ में आगे निकल रहा था चाहें फ़िर वो ताकत हो या फ़िर तरक्की , जब भी दो लोगों के बीच से तीसरा आगे निकलने लगता है तो वह दोनों उसे पीछे खिंचने के लिए हर मुम्किन कोशिश करने लगते हैं, यहीं सब यहां भी हुआ।
आज से 22 साल पहले गामा और बीटा ने मिलकर एल्फ के खिलाफ षड्यंत्र रचकर एल्फ का नामोनिशान उस प्लेनेट से मिटा दिया जिस वजह से आज उस प्लेनेट पर सिर्फ बीटा और गामा के ही नस्लें जीवित हैं।
जैसे ही हमारे पृथ्वी के लिए यह प्लेनेट इन्विसिबल है ठीक उसी प्रकार इस प्लेनेट के लिए भी हमारी पृथ्वी पूर्ण रूप से इन्विसिबल ही है।
इन्विसिबल प्लेनेट के लोग मायावी शक्तियों में निपुर्ण होते हैं, लेकिन उन्हें यूज करने की भी इनकी अपनी लिमिटेशन और रूल्स होते हैं जिसे हर कोई फॉलो करता है और जो नहीं करता उसे इसकी कड़ी सजा भुगतनी पड़ती है।
बीटा किंगडम।
आज यहां के हवाओं में कुछ और ही बात थी, पूरे बीटा किंगडम को आज किसी नई नवेली दुल्हन की तरह ही सजाया गया था और हो भी क्यों नहीं आंखिर राजकुमारी हेयाशी का विवाह होने जा रहा था और वह भी गामा किंगडम के सबसे होनहार और शक्तिशाली राजकुमार पर्थ से।
पर्थ गामा किंगडम की वो ढाल है जिसे गिराने के बार में सोचने से पहले ही सामने वाला शख्स अपनी जान अपने हाथों से ले लेता है, लेकिन उसे आज़तक किसी ने देखा नहीं है और सबके बीच ख़ौफ़ पैदा करने के लिए उसका नाम ही काफ़ी है पर्थ...।
एक आलिशान राजमहल जिसके चारों ओर पहरेदार मौजूद थे,हर तरफ़ आज चहल पहल का मौहोल था,पूरे राजमहल को आज खूबसूरत हैंडमेड डायमंड के झुमरो से सजाया गया था, और हर तरफ़ लाल वह सफ़ेद रंग के बेशकीमती पर्दे लटकाए गए थे, आसमान में सैकड़ों की संख्या में विशिंग कंदील छोड़े गए थे, रात होने के बावजूद आज बीटा किंगडम में अंधेरे का कहीं भी नामोनिशान नहीं था।
इसी राजमहल के एक लग्जरियस रूम में एक लड़की की तेज तेज सुबकने की आवाजें ग़ुज रही थी,इतने चहलकदमी के बावजूद उस रूम में सिर्फ घना अंधेरा पसरा हुआ था जो हर एक शख्स के दिनों दिमाग़ को हैरान करने के लिए प्रयाप्त था।
अचानक उस रूम में किसी के आने की आहट हुई और साथ ही उस रूम की सारी लाइट्स भी अपने आप ही जलने लगी थी।
जो उस रूम में दाखिल हुए थे वो इस राज्य के महाराज जीवंत थे , काले रंग के साही पोशाक सिर पर ईगल वाला ताज चेहरे पर गम्भीर भाव दिखने में टोल एंड हैंडसम वह सही मायनों में एक राजा के रूप में पर्फेक्ट लग रहा था ।
जीवंत अपने सैनिकों को बाहर दरवाज़े पर छोड़कर अकेले ही इस रूम में दाख़िल हुआ था,अपने सामने अपनी बेटी की ऐसी हालत देखकर एक पल के लिए तो उसका पत्थर जैसा दिल भी पिघलने लगा था, लेकिन वह एक पिता होने के साथ ही इस पूरे बीटा किंगडम के राजा भी थे और एक राजा होने के नाते वह खुद को इस तरह से कमजोर नहीं दिखा सकते थे।
जींवत ने रौबदार आवाज़ में कहा-"राजकुमारी यह आप क्या कर रहीं है? एक राजकुमारी को इस तरह से रोना शोभा नहीं देता"।
अपने पिता की आवाज़ सुन कर उस लड़की ने अपनी अंशुओ से भीगी हुई पलकें उठाकर अपने सामने देखा।
उस लड़की ने खूबसूरत हीरो से नकाशा हुआ एक पिंक कलर की गाउन पहनी हुई थी और उसके डीप बल्यू एंड ब्लैक सेडेड घने लंबे खूबसूरत शाइनी बाल उसके पूरे चेहरे पर बिखरे हुए थे, उसकी कोमल मलाई जैसी त्वचा आज रोने से लाल पड़ गई थी जिसमें वह और भी मॉसुम लग रही थी, उसका स्किन टोंन और उसकी खूबसूरती चंद्रमा के 14 कलाओं से परिपूर्ण था, गोरा रंग खूबसूरत नीली आंखे ऊपर से घनी लंबी आईलैशेस पतले गुलाबी होंठ 5 फिट 5 इंच की उसकी हाइट उसे देख कर ऐसा लगता है, जैसे बनाने वाले ने उसे बड़े ही फुर्सत से बनाया था।
हेयाशी ने Sarcastic smile छोड़ते हुए कहा-" पिता जी महाराज, तो आप ही बताए मुझे किस तरह का व्यवहार करना चाहिए? क्या मुझे बहुत ज्यादा खुश होना चाहिए या फिर नाचना चाहिए?"
जीवंत ने भारी आवाज में कहा-"बिल्कुल आपको खुश रहना चाहिए ,कल आपका विवाह भविष्य के सबसे शक्तिशाली राजा से होने जा रहा है और क्या चाहिए आपको?"
हेया ने अपनी जगह से उठते हुए कहा-"पिता जी महाराज वह एक बुरा शख्स है और कोई भी लड़कीं एक ऐसे शख्स से विवाह करने पर खुश कैसे रह सकती है?"
जीवंत ने कहा-"आपको कही सुनी बातों पर इतना यकीन नहीं करना चाहिए राजकुमारी"।
हेया ने दर्द भरे अल्फाज़ में कहा-"तो आप रोक दीजिए ना पिता जी मुझे यह विवाह मंजूर नहीं है, आप आंखिर समझतें क्यों नहीं "।
जीवंत ने कठोर भाव से जवाब दिया-"हम एक राजा होने के नाते कभी भी ऐसा नहीं कर सकते और आपको भी एक राजकुमारी होने के नाते यह शादी करनी ही होगी ,हेयाशी"।
हेया ने कहा-" लेकिन हम ही क्यों पिताजी ?वृष्टि भी तो एक राजकुमारी है तो आप उसका विवाह क्यों.."
तभी दरवाज़े से एक औरत की कोल्ड वॉइस उस कमरे में गूंजी-"खबरदार राजकुमारी आपकी हिम्मत भी कैसे हुई हमारे इजाजत के बगैर हमारी बेटी के बारे में इस तरह से बात करने की?"
सामने जो औरत खड़ी थी वह हेया की सौतेली मां दृशाला है, हेया कि माँ 22 साल पहले हेया के जन्म के बाद रहस्यमई ढंग से कहीं गायब हो गई थी। उसके बाद उसके पिता ने इस औरत से विवाह कर लिया, दृशाला दिखने में किसी अप्सरा से कम नहीं है लेकिन हेया दृशाला से सिर्फ़ नफ़रत करती है क्योंकि उसके पास इसके कई सारे वजह मौजूद है।
दृशाला को अपने सामने देखकर हेया की मुठियाँ बंधने लगी और उसने ग़ुस्से से कहा-"तो आ गई आप महारानी दृशाला"।
दृशाला ने शिकायत करते हुए कहा-" देखा महाराज यह लड़कीं कितनी बदतमीज हो गई है,हमें आप माफ़ कर दीजिए हम इसकी अच्छी परवरिश नहीं कर सके"।
जीवंत ने दृशाला से पूछा-"आप यहां क्यों आई हैं महारानी?"
हेया ने तुंरन्त ही कहा-" अब समझ आया पिता जी इसी चुड़ैल ने आपको हमारे खिलाफ भड़काया है ना"।
जीवंत ने कहा-" राजकुमारी यह आप कैसी बातें कर रहीं है? आप हमारी बड़ी बेटी है आपका विवाह वृष्टि से पहले होना तय था?"
हेया ने चीख़कर कहा-" आप साफ साफ कह क्यों नहीं देते पिताजी की आपने हमारा सौदा उन वुल्फ़ से कर दिया है"।
जीवंत ने अपना हाथ उठाकर चीख़ते हए कहा-"राजकुमारी .."
हेया ने डर से अपनी पलकें झपक लिए, लेकिन जीवंत का हाथ हेया पर पड़ने से पहले ही दृशाला ने पकड़ कर रोक लिया।
दृशाला ने दुःखी चेहरा बनाकर कहा-"महाराज यह आप क्या कर रहे वह हमारी बेटी है और बाप कभी भी अपनी बेटियों पर इस तरह से हाथ नहीं उठाते, उसे माफ़ कर दीजिए वह अभी नादान है"।
जीवंत ने हताश होकर कहा-"रानी आप अब भी इसका साथ दे रहीं है? और यह.."
हेया ने Sarcastically कहा-" बस कीजिए आप दोनों और महरबानी करके मुझे मेरे हाल पर छोड़ दीजिए "।
जीवंत ने कहा-"आप आराम कीजिए राजकुमारी क्योंकि कल का दिन आपके लिए बहुत ख़ास है।"
हेया ने अपनी दर्द भरी नज़रों से अपने पिता को देखा जीवंत को उसके दर्द से भी कोई फर्क नहीं पड़ रहा था, आंखिर कोई भी पिता इतना निर्दयी कैसे हो सकता है?हेया ने उनकी तरफ अपनी पीठ कर दिए क्योंकि उसमें अब इतनी हिम्मत नहीं हुई बची थी कि वह इस औरत को अपने सामने और बर्दाश्त करे।
दृशाला ,एक बार हेया को देखकर जीवंत को अपने साथ उस रूम से बाहर लेकर चली गई, दरवाज़े से उसने एक बार पलट कर हेया को देखा और उसके चेहरे पर कुटितला भरी चमक दमकने लगी और फिर वह चली गई।
उनके चले जाने के बाद हेयाशी वहीं ज़मीन पर लड़खड़ाते हुए बैठ गई और अपने होठों को दबाकर रोने लगी, उसके हाथों में एक खूबसूरत औरत की तस्वीर थी जिसे वह रोते हुए कह रही , माँ मैंने कितनी बार कहा पिता जी से मुझे यह शादी नहीं करनी है ।
"देखा ना आपने उन्हें तो मेरी कोई सी भी बात अब सुनाई देनी ही बन्द पड़ गई है, अगर आज आप यहां होती तो मेरी बात जरूर सुनती माँ ,मैं कैसे एक ऐसे शख़्स से शादी कर सकती हूं जिसे मैंने आज तक कभी देखा भी नहीं है और जितना सुना है सायद उतना काफी है उसे ना पसंद करने के लिए ,मैं ये शादी नहीं करूंगी माँ, नहीं करूंगी"।
तभी हंसते हुए उस कमरे में वृष्टि आई।
"हाहाहा कैसी हो मेरी प्यारी शोतेली बहन?
वृष्टि उससे पूरे दो साल छोट है,लेकिन उससे कई ज्यादा चालाक और शैतानों की मलिकका भी है,उसकी ब्राउन कलर की आंखे लंबे घने, काले बाल , खूबसूरत चेहरा वह दिखने में जितनी ज्यादा खूबसूरत लगती है ,मन से उतनी ही मटमैली भी है, वह हेया से सबसे ज्यादा जलती है क्योंकि उसके पास भी इसकी कई सारी वजह है।
हेया उसकी आवाज़ सुनकर चुप हो गई और उसे देखकर कहा-"तुम यहाँ क्या लेने आई हो?चली जाओ यहां से.."।
वृष्टि ने उसके साही बेड पर आराम से लेटते हुए कहा-"तुम यहां बस आज की ही तो मेहमान हो हेया कल के बाद तो यह सब वैसे भी मेरा ही होना है, तो अभी से ही क्यों नहीं "।
हेया ने उसका मज़ाक उड़ाते हुए कहा-"तुम आज कल सपनें कुछ ज्यादा ही देखने लगी हो वृष्टि, जैसे नक्षत्र के सपने देखती हो? क्या कुछ गलत कहा मैंने"
नक्षत्र का नाम सुनते ही वृष्टि चिढ़ गई और बेड से उठकर उसे घुरते हुए कहा-"तुम्हें क्या लगा हेया तुम मुझसे नक्षत्र को छीन लोगी और मैं चुपचाप यह सब तमाशा देखती रहूंगी?हह मैंने सुना है पर्थ एक जीता जागता दरिंदा है,"।
हेया ने ग़ुस्से से कहा-"वृष्टि अब तुम अपनी हद पार कर रहीं हो, आंखिर तुम मुझसे इतना क्यों जलती हो? "
वृष्टि ने कहा-" वजह भी तो तुमने ही दिया है मुझे हेया.."यह कह कर वह उस रूम से बाहर चली गई।
हेया ने पीछे से कहा-"वृष्टि ,नक्षत्र मेरा सिर्फ एक अच्छा दोस्त है"।
वृष्टि ने कहा-" तुम्हें मैं इसकी भी इज्जाजत नहीं देती हेयाशी ,तुम्हें यह शादी मुबारक हो, तुम फिक्र मत करना मैं इसकी सारी तैयारियां खुद अपने हाथों से करूँगी, शुभ रात्री "।फिर वह वहां से चली गई।
हेया भी अपने आँसुओ को साफ करके खिड़की के सामने जाकर खड़ी हो गई ,उसके खिड़की से बाहर एक सरोवर दिखता था, आज वह पूरा सरोवर कमल के फूलों के बीच दिए जलाकर सजाया गया था, हर तरफ रोशनी ही रोशनी चमक रही थी, कंदील उड़कर इतने दूर चले गए थे कि वह बिल्कुल आसमान में झिलमिल करते सितारों की तरह लगने लगे थे।
पानी की आवाज़, हवाओं की ठंडी लहरें सब कुछ रोज की ही तरह था लेकिन हेया के लिए यह रात बाकी रातों से अलग था, सवेरा बस होने ही वाला था और उसके आंखों में नींद अभी भी दूर दूर तक कही नहीं था।
चारों तरफ़ से पहाड़ों के बीच बसा यह बीटा किंगडम यहां के वैम्पायरों का जीवन आज पूर्ण रूप से उन गामा के वुल्फ़ के हाथों में था, इन्हें अपनी शक्तियों को बढ़ाने के लिए जिस रेड वाइन झरने का पानी पीना पड़ता है वह गामा किंगडम के अंडर ही आता है।
गामा के लोग कभी उनके खिलाफ ना जाए इसीलिए बीटा के किंग जीवंत ने अपनी बेटी हेयाशी का कॉन्ट्रैक्ट मैरेज वुल्फ़ प्रिंस पर्थ के साथ तय कर दिया था ,क्योंकि पर्थ हेयाशी कि बस एक तस्वीर को देखकर ही उसे पागलों की तरह चाहने लगा है और यह सब वृष्टि का ही किया धरा है।
नक्षत्र जीवंत के सेनापति का इकलौता बेटा है जो हेयाशी का बहुत अच्छा दोस्त है और वृष्टि का हेया को नफ़रत करने का एकमात्र कारण भी, वह आजकल बॉर्डर पर रहकर फॉक्स डेमोन से युद्ध लड़ रहा है इसीलिए वह इन सब के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानता है।
मुम्बई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (BOM)
अनाउंसमेंट
" Welcome all you travelers to International Airport of Mumbai"
स्पेशल अनाउंसमेंट
" Jet 44444 a Airline flying from London has just landed at the International Airport of Mumbai, "
मिस्टर शव्यांश वेलकम टू इंडिया ।
jet 44444 एक लग्जरियस प्राइवेट जेट है जिसका ओनर मिस्टर शव्यांश रायजादा है।
इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इसके लिए एक पर्सनल प्लेटफार्म और रनवे बनाया गया था, जहां पर वह लैंड हुआ था, अनाउंसमेंट होने के बाद उस jet से बाहर करीब 5 to 6 बॉडीगार्ड्स अपने हाथों में रायफल लिए तेज़ी से बाहर निकल कर आ गए और अपनी अपनी पोजीशन पर जाकर खड़े हो गए।
उन सब के बाद उस jet से एक टोल एंड हैंडसम आदमी अपने थ्री पीस सूट को सेट करते हुए बाहर आया।
शव्यांश रायजादा उम्र 25 साल,हाइट 6 फिट 3 इंच मस्कुलर जिम में पसीना बहा कर बनाया हुआ बॉडी ,फेयर स्किन,परफैक्ट कट वाली जॉ लाइन, काली गहरी आंखे sharpener से तेज उसके नाक ,और उसका एक्सप्रेशन लेस चेहरा ,उसे देखकर ऐसा लगता है जैसे वह अपनी कोल्डनेस से ही बाकी सबकी जान ले लेगा।
शव्यांश जैसे ही जेट से बाहर उतरा उसके बॉडी गार्ड भी उसे अच्छे से कवर करते हुए उसके साथ साथ चलने लगे।
शव्यांश कि नजरें किसी बांज से भी तेज़ थी और चलने की स्पीड उससे भी तेज़ ,शव्यांश को फॉलो करने में उसके बॉडीगार्ड्स के पसीने छूट रहे थे, लेकिन वह बिना परवाह किए अपनी ही स्पीड से चल रहा था।
शव्यांश जैसे ही उस एयरपोर्ट से बाहर एग्जिट हुआ बाहर एक ब्लैक कलर की फॉर्च्यूनर उसका इंतजार कर रही थी, और वहां दूर दूर तक उनके अलावा एक छोटी पंछी भी आपना पर नहीं मार रही थी।
जैसे ही शव्यांश आगे बढ़ा उसके बॉडीगार्ड्स ने उसके लिए कार का डोर ओपन कर दिया, शव्यांश चुपचाप पीछे की सीट में जाकर बैठ गया।
आगे से ड्राइवर ने पूछा-"सर आप कहा जाना पसंद करेंगे"।
शव्यांश ने बस चंद ही शब्दों में रिप्लाई किया-"जुहू बीच"।