Share - kashmiripandit
Chetan
Kashmiri pandit
अपने हक से वंचित हूं मैं अपने घर से दंडित हूं मैं अन्याय हिंसा से शोषित हूं मैं बिखरा बिखरा खंडित हूं मैं और कोई नहीं कश्मीरी पंडित हूं मैं गहरे घाव से मूर्छित हूं मैं पल पल मर कर जीवित हूं मैं रुदन विलाप का संगीत हूं मैं