दुनिया पढ़ना
मैने सिखा ही कहां पढना,
जिंदगी का रास्ता पढ़ना,
एक तेरा चेहरा कोई ग्रंथ है मां,
जिसे सिखा है दुनिया पढ़ना,
एक मैं ही तो हु बरुए-कार में अकेला,
बता कब है दिल किसका पढना,
सबकी तरह तेरा भी तो निकला नंगा वजुद,
खराब ही तो हुआ खत्री शेर तेरा पढ़ना।