आजकल हमारा देश में एक अलग प्रकार का ट्रेंड चल रहा है, वो है एक दूसरे के प्रति नफ़रत। आज के इस युग में आपको अगर पॉपुलर होना है तो किसी वर्ग विशेष को गाली देना, उसके खिलाफ़ नफ़रत वाली भाषण देना शुरू कर दें। यकीन मानिए बहुत जल्द आपके लाखों करोड़ों फॉलोअर्स हो जायेंगे, इसकी मुख्य वजह हमारे आपके के अंदर एक दूसरे के प्रति नफ़रत है। लोग सोशल मीडिया पे फैली भ्रामक कंटेंट को देखकर बिना सोचे समझे अपनी अपनी राय देने लगते है। जैसे : भाईयो एक मुस्लिम ने हमारे देवता के मूर्ति के ऊपर पैर रखा है, तुम लोग चुप रहो फलाने जगह हिंदुओं ने कुरान जला दी, इत्यादि।
अगर उनसे उस मामले के बारे में ठीक से पूछा जाए कि ये मामला कहा का है कब का है या खुद से पता लगाया जाता है तो ऐसी कोई बात नहीं होती।
मैं खुद कई हिंदू और मुस्लिम ग्रुप में रह चुका व्हाट्सएप पर और फेसबुक पर।
ऐसी फालतू के मैसेज पे लोग यकीन करके कुछ भी बकने लगते है। नफ़रत से बचने के लिए हमें आपको जागरूक होना होगा। नहीं तो राजनीति करने वाले हमसब को बर्बाद कर देंगे, वो जानते हैं की ये लोग पढ़ लेगा तो अच्छा बुरा समझ लेगा, मुझसे सवाल करेगा इत्यादि। अगर हम और आप धर्म के नाम पे लड़ेंगे तो पढ़ेगा कौन, अगर पढ़ेंगे नहीं तो हमारा देश आगे बढ़ेगा कैसे? बताइए!
आजकल एक और ट्रेंड कर रहा है
राजनीति करने वाले तो पॉलिटिक्स में भगवान को भी ले आए हैं। ये मेरे भगवान है, ये तुम्हारे भगवान हैं, इत्यादि।
जहां तक मैं जानता हूं भगवान तो सबके होते हैं, आपका तो पता ना।
ध्यान रखें आपातकाल में आपका पड़ोसी काम आएगा कोई नेता नहीं।