जगह जगह इश्क के बाजार लगे थे
क्या बिकता हैं उन बाजारों में,
हम भी देखने चले गए।
फिर कुछ यूं हुआ
हर जगह व्यापारी देखने को मिले
फिर व्यापारी भी,
अलग - अलग डिपार्टमेंट से मिले
कोई जिस्म की, कोई पैसे की,
तो कोई only for timepass की
बोलीं लगाते मिला।
जगह जगह इश्क के बाजार लगे थे
क्या बिकता हैं उन बाजारों में,
हम भी देखने चले गए।
फिर कुछ यूं हुआ
हर जगह व्यापारी देखने को मिले
फिर व्यापारी भी,
अलग - अलग डिपार्टमेंट से मिले
कोई जिस्म की, कोई पैसे की,
तो कोई only for timepass की
बोलीं लगाते मिला।