इवेंट पोस्ट
मैं कश्मीरी पंडितों का समर्थन करता हूं
अपने हक से वंचित हूं मैं
अपने घर से दंडित हूं मैं
अन्याय हिंसा से शोषित हूं मैं
बिखरा बिखरा खंडित हूं मैं
और कोई नहीं कश्मीरी पंडित हूं मैं
गहरे घाव से मूर्छित हूं मैं
पल पल मर कर जीवित हूं मैं
रुदन विलाप का संगीत हूं मैं
तुम सब के मोन का गीत हूं मैं
और कोई नहीं कश्मीरी पंडित हूं मैं
पूरी दुनिया में चर्चित हूं मैं
अतीत की तारीख में वर्णित हूं मै
संसार की सच्चाई का चित्र हूं मैं
व्यवस्थित दुनिया में अव्यवस्थित हूं मैं
और कोई नहीं कश्मीरी पंडित हूं मैं
तुम सब के लिए भी चिंतित हूं मैं
आने वाले कल का निश्चित हूं मैं
मनुष्य के स्वभाव का चरित्र हूं मैं
मानो या ना मानो तुम सबका हित हूं मैं
और कोई नहीं कश्मीरी पंडित हूं मैं
तुम सब के अभाव से विस्मित हूं मैं
मनुष्य के व्यवहार से व्यथित हूं मैं
धर्म के कारण पीड़ित हूं मैं
भूल गई जिसे दुनिया और वह अतीत हूं मैं
और कोई नहीं कश्मीरी पंडित हूं मैं
स्वरचित मौलिक रचना
चेतन श्री कृष्णा
#Mainlekhakhun
#ChetanShriKrishna